जेट-प्रवाह अथवा जेट धारायें का अंग्रेजी रूपान्तरण जेट स्ट्रीम ( Jet Streams ) कहलाता हैं। मुख्य रूप से क्षोभमण्डल ( Troposphere ) के ऊपरी परत यानि समतापमण्डल ( Stratosphere ) में बहुत ही तीब्र गति से चलने वाली नलिकाकार, संकरी पवन- प्रवाह अथवा वायु प्रणाली को जेट-प्रवाह कहते हैं। चूकि विमानों के उड़ान में यह मण्डल सहायक होता है , इसलिए इसका नाम Jet Streams दिया गया है | ➽ ये जेट-प्रवाह चक्रवातों ( Cyclones ) , प्रतिचक्रवातों ( Anticyclones ) , तुफानों ( Storms ) , वायुमण्डलीय विक्षोभों ( Atmospheric disturbances ) और वर्षा उत्पन करने में सहायक होती हैं। यानि ये हवायें धरातलीय मौसम को प्रभावित करती हैं | ➽ ये हवायें सामान्यतः पश्चिम से पूरब की ओर प्रवाहित होती हैं और यह ऊपरी वायुमंडल में ये 7 से 12 किमी की ऊच्चाई पर होती हैं। ( नोट - अलग अलग किताबों में यह डाटा अलग अलग दिया गया है | ) ➽ भारत के परिप्रेक्ष्य में मुख्य रूप से दो तरह की जेट प्रवाह पाई जाती है - ➤ पश्चिमी जेट प्रवाह ( Western Jet Streams ) ➤ पूर्वी जेट प्रवाह ( Eastern Je
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